July 17, 2012

ऐ - अश्वनी


सिलसिलो
टूटो

किस्मत
 
चमक
 
आह

कर असर

मेहनत

हो सफल

प्यार



ख़ुशी

ठहर

सोच

अच्छा सोच

समय

कट

संताप

घट

ऐ ज़िन्दगी

गले लगा ले

11 comments:

  1. बहुत सुंदर क्या बात हैं ......

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  2. क्या
    लिखा है....!! :)

    अश्विनी.सुन्दर.एक सुझाव: इस पोस्ट का लेआउट चेंज कर सको तो अच्छा,क्योंकि पहली पंक्ति --'सिलसिले' तस्वीर के दाहिने कोने में चली गई है और लगता है की रचना 'टुटा' से शुरू हो रही है.

    --मज़ा आया

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  3. गम
    भाग गया

    मज़ा
    आ गया............

    अनु

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  4. Raju ji..sudhaar kar diya..Anu ji...phir se shukriya..

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  5. अश्विनी,
    जांच लीजिए. अब तक प्रथम शब्द दाहिने कोने में ही है.....

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  6. अरे हमें तो शुरू से सही दिख रहा है.........
    ?????

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  7. देखन में छोटे लगे घाव करें गंभीर

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